शनि देव को न्याय का देवता माना गया है, लेकिन कभी-कभी शनि की कुदृष्टि इंसानी जीवन को और जटिल बना देती है। यही वजह है कि लगभग सभी लोग शनि की साढ़ेसाती और उसकी ढैया से भयभीत रहते हैं। शनि देव को प्रसन्न कर, उनकी कृपा प्राप्त करने का उपाय भी ज्योतिष शास्त्र में मौजूद हैं। इनमें सबसे प्राथमिक और असरदार उपाय है घोड़े की नाल की अंगूठी को मध्यमा अंगुली में धारण करना। वास्तु के अनुसार घर में घोड़े की नाल टांगना शुभ होता है. प्राचीन काल से ही काले घोड़े के पैरों में लगी नाल का उपयोग कई प्रकार के उपायों में किया जाता रहा है. काले घोड़े की नाल से उपाय किए जा सकते हैं, जिनसे आपके घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर हो सकती है.
नाल को इंग्लिश वर्णमाला के अक्षर यू (U shape) के आकार में लगाना चाहिए.
1. ज्योतिष के अनुसार, काले घोड़े के पैरों पर शनि का विशेष प्रभाव माना गया है. 2. घर के मुख्यद्वार पर काले घोड़े की नाल लगाने से घर पर किसी की बुरी नजर नहीं लगती और बरकत बनी रहती है. 3. ये घर में रहने वालों के लिए मंगलप्रद साबित होता है. 4. घोड़े की नाल किसी भी व्यक्ति की किस्मत चमकाने में सक्षम है. 5. घोड़े के पैरों में लगने वाली नाल लोहे की बनी होती है. लोहा शनि की धातु है और काला रंग शनि का प्रिय रंग है. 6. नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है घोड़े की नाल. 7. जानकारों के अनुसार, काले घोड़े की नाल को अगर काले कपड़े में लपेटकर अनाज में रख दिया जाए तो कभी अनाज की कमी का सामना नहीं करना पड़ता. 8. इसी तरह काले घोड़े की नाल को किसी काले कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख देने से तिजोरी के धन में केवल वृद्धि होती है. 9. कहा जाता है ऐसा करने से घर में रहने वाले लोगों पर शनि देव की कृपा होती है. साथ ही यह जादू-टोने से भी रक्षा करती है. 10. दुकान के बाहर काले घोड़े की नाल को टांगने से दुकान में बिक्री बढ़ती है और शत्रुओं से प्रतिस्पर्धा में भी जीत हासिल होती है. 11. काले घोड़े की नाल को घर के बाहर टांगने से पारिवारिक क्लेश समाप्त होते हैं और घर में आर्थिक उन्नति भी होती है. 12. यदि किसी को सौभाग्यवश दौड़ते हुए घोड़े के पैर के छिटक कर निकल पड़ी नाल मिल जाए और वह उसका सही उपयोग करे, तो उसे भाग्यशाली माना जाता है. 13. काले घोड़े की नाल से 4 कील बनाकर अगर शनि पीड़ित व्यक्ति के पलंग में गड़वा दिए जाएं तो वह शनि के प्रकोप से मुक्त हो सकता है। 14. काले घोड़ी की नाल से कील बनाकर उसे सवा किलो उड़द की दाल में रखकर एक नारियल के साथ जल में प्रवाहित करने से सेहत भी अच्छी रहती है।